अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के बाद भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में आज भारी गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 1500 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हो गया, जबकि चांदी 1600 रुपये प्रति किलोग्राम लुढ़क गई। यह गिरावट सोना और चांदी दोनों के लिए लगातार दूसरे दिन देखी गई।
सोना हुआ 1500 रुपये सस्ता (Gold Price today):
- देश के सबसे बड़े सर्राफा बाजार, दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव आज ₹51,450 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। यह कल के मुकाबले ₹1500 रुपये कम है।
- 22 कैरेट सोने का भाव ₹47,300 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है, जो कल की तुलना में ₹1350 रुपये कम है।
चांदी में भी गिरावट:
- चांदी का भाव लुढ़का: दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी का भाव 1600 रुपये प्रति किलोग्राम गिरकर ₹61,600 पर आ गया।
- ट्रंप प्रभाव: विश्लेषकों का मानना है कि ट्रम्प की जीत के बाद चांदी में गिरावट का मुख्य कारण बाजार में अस्थिरता है।
- सोना से संबंधित गिरावट: आमतौर पर चांदी सोने के साथ चलती है। सोने में गिरावट होने पर चांदी में भी गिरावट आना स्वाभाविक है।
- औद्योगिक मांग में कमी: चांदी का इस्तेमाल कई औद्योगिक कार्यों में किया जाता है। अर्थव्यवस्था में अस्थिरता के कारण औद्योगिक मांग में कमी आने से चांदी की कीमत पर दबाव बढ़ा है।
- निवेशकों का रुख: सोने की तरह, निवेशक चांदी में भी निवेश करने से झिझक रहे हैं और अपने पैसों को सुरक्षित जगह पर निवेश करने के लिए चांदी बेच रहे हैं।
ट्रम्प की जीत से गिरावट:
- विश्लेषकों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रम्प की जीत से सोने और चांदी में गिरावट आई है।
- ट्रम्प की जीत के बाद बाजार में अस्थिरता का माहौल बना है और निवेशक अपने पैसे को सुरक्षित जगह पर निवेश करने के लिए सोना बेच रहे हैं।
- ट्रम्प के अर्थव्यवस्था संबंधी नियोजनों से भी सोने की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सोना खरीदने का समय?
यह गिरावट सोना खरीदने का अच्छा मौका हो सकता है, लेकिन निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। विश्लेषकों का कहना है कि अगले कुछ सप्ताहों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो के अनुसार और विशेषज्ञों की राय लेकर निवेश करने का फ़ैसला लेना चाहिए।
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बाजार की अस्थिरता: अमेरिकी चुनाव के परिणामों और विश्व अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के कारण बाजार अस्थिर है। सोने की कीमतें अचानक बदल सकती हैं।
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लंबी अवधि का निवेश: सोना एक लंबी अवधि का निवेश माना जाता है। यदि आप सोना खरीद रहे हैं, तो अगले कुछ सालों में इसकी कीमत बढ़ने की उम्मीद करते हुए खरीदें।
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बजट और ज़रूरत का ध्यान रखें: अपने निवेश के लिए अपना बजट तय करें और केवल उतना ही निवेश करें जितना आप खोने को तैयार हैं।
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सोने में निवेश के अन्य विकल्प: सोना खरीदने के अलावा आप सोने के ETF या म्यूचुअल फंड में भी निवेश कर सकते हैं। यह निवेश करने का एक अधिक सुविधाजनक और लचीला तरीका हो सकता है।
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अगले कुछ दिनों में क्या हो सकता है?
- सोने के दाम और गिर सकते हैं: विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले समय में सोने के दामों में और गिरावट आ सकती है।
- बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी: ट्रम्प के नए नियोजनों और अर्थव्यवस्था पर उनके प्रभाव को देखते हुए बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।
- निवेशक सोना बेच सकते हैं: निवेशक अपने पैसों को सुरक्षित जगह पर निवेश करने के लिए सोना बेचने का रुख अपना सकते हैं।
- रुपये में गिरावट का असर: डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के कारण सोने के दाम और भी कम हो सकते हैं।
- निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए: इस अस्थिरता के बीच, निवेशकों को अपने निवेश के फ़ैसले सोच-समझकर लेने चाहिए।
डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के बाद सोने की कीमतों में आई गिरावट से निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। अगले कुछ हफ़्तों में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का ध्यान रखते हुए और विशेषज्ञों की सलाह लेते हुए निवेश का फैसला लेना चाहिए। ट्रम्प के आर्थिक नीतियों का सोने की कीमतों पर क्या प्रभाव पड़ता है, यह समय ही बताएगा।